नवाचार : इंसान जैसे रोबोट बनाने की कोशिश

फेसबुक ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित करने का दावा किया है, जो मशीनों को बच्चों की तरह चलना सीखने में सक्षम बनाता है। उसका दावा है कि इंसान की तरह काम करने वाला रोबोट बनाने की दिशा में यह बुनियादी सफलता है। इंसान युक्ति कौशल के साथ अपना काम करने में बहुत ही सक्षम है। बच्चे के रूप में, जब हम कीचड़, पानी और ऊंची-नीची पहाडिय़ों में फंस जाते हैं, तब हम हालात के अनुसार समाधान निकालते हैं। परीक्षण और त्रुटि के माध्यम से हम वास्तविक स्थितियों के अनुसार अपने पैरों को स्थानांतरित करने के सर्वोत्तम तरीकों का पता लगाते हुए आगे बढ़ते हैं। अपने हाथों में या अपनी पीठ पर विभिन्न प्रकार की वस्तुओं को ढोते हुए यह सब कर सकते हैं। इस तरह के विभिन्न कार्यों के लिए रोबोट में ऐसी प्रोग्रामिंग करना कठिन होता है, ताकि वे अपने पैरों को तत्काल समायोजित कर लें। उन्हें ऐसे हालात के लिए प्रशिक्षित करना कठिन होता है, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे हों।
ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र आज जिन मुख्य मुद्दों से जूझ रहा है, यह मुद्दा उनमें से एक है। मनुष्य ठोकर खाकर और फिर से प्रयास करके नए वातावरण में नेविगेट करना सीखता है, लेकिन रोबोट ऐसा नहीं कर पाता। यह एक चुनौती है। अब फेसबुक का कहना है कि उसने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले और कार्नेगी मेलॉन विश्वविद्यालय के सहयोग से इस समस्या को हल किया है। सबसे पहले, शोधकर्ताओं ने विभिन्न परिस्थितियों, जैसे फिसलन वाली जमीन या अचानक झुकाव का जवाब देने के लिए एआइ को प्रशिक्षित करने के लिए सिमुलेशन का उपयोग किया। दूसरी कंपनियां भी इंसान जैसे रोबोट बनाने की कोशिश में लगी हैं।