हैलट की घटना से सोशल मीडिया पर आक्रोश, कहा- भगवान नहीं शैतान हैं डॉक्टर 

 हैलट की घटना से सोशल मीडिया पर आक्रोश, कहा- भगवान नहीं शैतान हैं डॉक्टर 
सोशल मीडिया पर लोगों ने यूपी और केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया...

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कानपुर. सोमवार को कानपुर के हैलट अस्पताल में जो हुआ, इंसानियत को शर्मसार करने वाला था। बड़ी उम्मीद से एक बाप अपने बीमार बेटे धरती का भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों के पास लाया था। बच्चे की हालत खराब होने के बावजूद हैलट के डॉक्टरों ने उसे इमरजेंसी में देखना उचित नहीं समझा और बाल विभाग के लिए टरका दिया। इतना ही 10 साल के बीमार बच्चे के लिए स्ट्रेचर भी नहीं मुहैया कराया गया। मजबूरन पिता अपने बेटे को कंधे पर लेकर बाल विभाग की ओर दौड़ा। लेकिन वह जब तक वहां पहुंचता बच्चा दम तोड़ चुका था। लापरवाही का आलम तो देखिए अस्पताल प्रशासन ने मृतक बच्चे के लिए भी स्ट्रेचर नहीं उपलब्ध कराया।


पत्रिका उत्तर प्रदेश पर प्रमुखता से खबर प्रकाशित किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। देश को नौ-नौ प्रधानमंत्री देने वाले उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में ऐसी बदहाली के लिए लोगों ने केंद्र और प्रदेश सरकार को जमकर कोसा। साथ ही डॉक्टरों को संवेदनहीन बताते हुए उन पर सिर्फ पैसे के लिए काम करने का आरोप लगाया।    



सोशल मीडिया पर भड़के लोग

Manoj Yadav: सरकारी हॉस्पिटल का क्या हाल है, सभी जानते हैं। ये सब पैसा लूटने के चक्कर में रहते हैं।


Ashutosh Dubey: क्या हो रहा है मानव की संवेदनाओं को। इस तरह तो ये दुनिया रहने लायक नहीं बचेगी।


Pankaj Yadav: कोई पहली घटना नहीं है। जिनके पास पैसे नहीं होते हैं उनके साथ यहां अक्सर ऐसा ही होता है।


Gurmeet Singh Lucky: अब डॉक्टर कहां होते हैं, केवल डकैत होते हैं।


Ravi Tripathi: इंसानियत कहां मर गयीॽ


Rao Prakash Satya: हेल्थ मिनिस्ट्री सो गया है।


Satya Pratap Singh: उखाड़ फेंको ऐसी सरकार।


Rajesh Agnihotri Rajesh: दुखद घटना।


Shatrughan Tiwari: ऐसे हॉस्पिटल को तो बंद कर देना चाहिए


Rao Prakash Satya: Oh uttar pradesh government


Prashant Sharma: यह तो हमारे यहां आम बात है।


Ijhar Khan Khan: अच्छे दिन आ गये भाई


Rajaram Yadav: हत्या के मुकदमा दर्ज करो


Arvindkumar Rai: पूरे देश मे स्वास्थ्य, शिक्षा, ऩ्याय व्यवस्था एक जैसी है। नेता ईसको ठीक नहीं कर रहे। अगर यह समस्या ठीक हो जाये तो नेता का क्या काम!


Bihar Ki Awaz: किस बात की संवेदना? एक डॉक्टर बनने में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। इतना निवेश कर कोई क्यों मुफ्त का ईलाज करे? आर्थिक युग है भैया जेब में पैसे रहेंगे तभी शिक्षा, चिकित्सा मिलेगी।


Yaduvir Singh Yadav: अब क्या हुआ जब यशस्वी यादव ने हैलट के डॉक्टरों पर डंडा चलाया था क्या गलत किया था? हैलट के डॉक्टर और जूनियर डॉक्टर भगवान नहीं शैतान हैं।


Ranjit Kumar Singh: ओह माई गॉड! So sad news for Indian Priminister Shri Narandra Modi. What is this Mr. Priminister what happened in INDIA?