भगोड़े मेहुल चोकसी को डोमिनिका में मिली जमानत, तीन लाख रुपए देकर पहुंचा एंटीगुआ

भगोड़े मेहुल चोकसी को डोमिनिका में मिली जमानत, तीन लाख रुपए देकर पहुंचा एंटीगुआ

नई दिल्ली। भारत के बैंकों का पैसा लूटकर विदेश भागने वाले कारोबारियों में शामिल मेहुल चोकसी पिछले कुछ महीनों से लगातार सुर्खियों में बना हुआ था। डोमिनिका में गिरफ्तार होने के बाद मेहुल को भारत लाने की अटकलें तेज थीं। कुछ खबरों के मुताबिक तो मेहुल को भारतीय अधिकारियों ने कब का पकड़ लिया था लेकिन मेहुल के वकीलों ने उसे बचा लिया।

कैसे मिली जमानत

2018 में मेहुल भारत से भाग गया था और भारत सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी सरकार उसे भारत लाने में असफल रही। कानूनी बाध्यताओं के कारण सरकार के उसे लाने के प्रयास लगातार विफल हो रहे हैं। मेहुल ने एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी। डोमिनिका में गिरफ्तार होने के बाद 51 दिन तक डोमिनिका में जेल में रहा। लेकिन उसके वकीलों ने मेहुल के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए 10 हजार ईस्टर्न कैरेबियन डॉलर ( करीब पौने 3 लाख) की जमानत पर उसे वहां से छुड़ा लिया।

मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी

चोकसी के वकीलों ने बड़ी चालाकी से उसे जमानत दिलवाई और ऐसी बीमारी का हवाला दिया जिसका इलाज डोमिनिका में नहीं हो सकता था। एंटीगुआ के न्यूजरूम की खबर के मुताबिक मेहुल चोकसी ने कोर्ट में हेमाटोमा बीमारी होने की रिपोर्ट पेश की। यह मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी है जिसमें मेहुल की तबीयत ज्यादा खराब हो रही थी।

मेहुल ने कोर्ट में 29 जून की सीटी स्कैन रिपोर्ट पेश की, जिस पर डोमिनिका के प्रिंसेस मार्गरेट हॉस्पिटल के चिकित्सकों येरंडी गाले गुटिरेज़ और रेने गिल्बर्ट वेरानेस ने हस्ताक्षर किए थे। रिपोर्ट में कहा गया था, ‘इलाज की ये सुविधाएं फिलहाल डोमनिका में उपलब्ध नहीं हैं।

गर्लफ्रेंड के चक्कर में पकड़ा गया था भगोड़ा मेहुल

23 मई को मेहुल एंटीगुआ से गायब हो गया था और एंटीगुआ के पड़ोसी देश डोमिनिका में गैर कानूनी रूप से घुसने के आरोप में पुलिसकर्मियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। मीडिया की खबरों में मेहुल अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने डोमिनिका गया था जहां उसकी धर पकड़ हुई। मेहुल के वकीलों ने आरोप लगाया कि मेहुल की डोमिनिका में गिरफ्तारी भारतीय अधिकारियों की चाल थी जिसमे मेहुल को फंसाया गया